अगर आप लंबी अवधि के लिए एक सुरक्षित निवेश की तलाश में हैं, जहाँ आपका पैसा न केवल बढ़े बल्कि टैक्स बचाने में भी मदद करे, तो PPF (Public Provident Fund) खाता आपके लिए एक शानदार विकल्प है। यह योजना आपको सरकार द्वारा गारंटीड रिटर्न देती है, जिससे आपका भविष्य सुरक्षित हो सके। सोचिए, आप बच्चों की पढ़ाई, उनके विवाह या अपने रिटायरमेंट के लिए धीरे-धीरे एक बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं, वो भी बिना किसी जोखिम के!
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Toggleइस विस्तृत गाइड में, हम PPF खाते से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी, उदाहरणों के साथ समझाएंगे, ताकि आपके मन में कोई शंका न रहे और आपको कहीं और जाने की ज़रूरत न पड़े।
1. PPF खाता क्या है? (What is PPF Account in Hindi?)
PPF (Public Provident Fund) यानी लोक भविष्य निधि, भारत सरकार द्वारा 1968 में शुरू की गई एक दीर्घकालिक बचत योजना है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को छोटी-छोटी बचत के माध्यम से एक बड़ा फंड बनाने के लिए प्रोत्साहित करना है, साथ ही उन्हें टैक्स में छूट का लाभ भी देना है। यह एक बेहद सुरक्षित निवेश है क्योंकि इस पर सरकार की गारंटी होती है, मतलब आपका पैसा डूबने का कोई खतरा नहीं है।
आप इसमें 15 साल तक नियमित रूप से निवेश करते हैं, और इस पर मिलने वाला ब्याज सरकार हर तिमाही में तय करती है। सबसे खास बात यह है कि इसमें कंपाउंडिंग (चक्रवृद्धि ब्याज) का लाभ मिलता है।
चक्रवृद्धि ब्याज का मतलब: मान लीजिए आपने ₹10,000 जमा किए और 7% ब्याज मिला, तो साल के अंत में आपका बैलेंस ₹10,700 हो गया। अगले साल, आपको ब्याज केवल ₹10,000 पर नहीं, बल्कि पूरे ₹10,700 पर मिलेगा! इस तरह, ब्याज पर भी ब्याज मिलने से आपका पैसा तेज़ी से बढ़ता है।
PPF खाते की मुख्य विशेषताएँ:
✅ सरकारी गारंटी: आपका निवेश 100% सुरक्षित है।
✅ EEE टैक्स स्टेटस: निवेश, ब्याज और मैच्योरिटी राशि, तीनों टैक्स-फ्री (धारा 80C के तहत निवेश पर छूट)।
✅ लंबी अवधि का निवेश: 15 साल की लॉक-इन अवधि, जो आपको अनुशासित बचत सिखाती है।
✅ निवेश में लचीलापन: आप सालाना न्यूनतम ₹500 से लेकर अधिकतम ₹1.5 लाख तक जमा कर सकते हैं।
✅ कंपाउंडिंग का लाभ: ब्याज पर ब्याज मिलने से रिटर्न बढ़ता है।
2. PPF खाता कहाँ खोला जा सकता है? (Where to Open PPF Account?)
आप अपनी सुविधा अनुसार PPF खाता निम्नलिखित जगहों पर खोल सकते हैं:
- अधिकृत सरकारी बैंक: जैसे भारतीय स्टेट बैंक (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB), बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB), केनरा बैंक, आदि।
- अधिकृत प्राइवेट बैंक: जैसे HDFC बैंक, ICICI बैंक, एक्सिस बैंक (सभी शाखाओं में नहीं, चुनिंदा शाखाओं में)।
- डाकघर (Post Office): भारत के किसी भी डाकघर में।
- ऑनलाइन PPF खाता: कई बैंक अब घर बैठे ऑनलाइन PPF खाता खोलने की सुविधा भी देते हैं।
ध्यान दें: एक व्यक्ति केवल एक ही PPF खाता खोल सकता है। अगर गलती से एक से ज़्यादा खाते खुल गए हैं, तो केवल एक ही खाते को सक्रिय माना जाएगा और बाकी पर ब्याज नहीं मिलेगा।
3. PPF खाता खोलने के लिए योग्यता (Eligibility for PPF Account)
- भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है।
- अनिवासी भारतीय (NRIs) नया PPF खाता नहीं खोल सकते। हालाँकि, अगर किसी भारतीय नागरिक ने खाता खोला था और बाद में वह NRI बन गया, तो वह अपने खाते को मैच्योरिटी तक जारी रख सकता है (लेकिन निवेश नहीं कर सकता)।
- हिंदू अविभाजित परिवार (HUF) PPF खाता नहीं खोल सकते।
- नाबालिग (Minor) के लिए: कोई भी भारतीय नागरिक अपने नाबालिग बच्चे के नाम पर PPF खाता खोल सकता है। इस खाते को माता-पिता या कानूनी अभिभावक द्वारा संचालित किया जाता है। बच्चे के 18 वर्ष का होने पर, वह खाता संचालन के लिए आवेदन कर सकता है।
4. PPF खाता खोलने के लिए जरूरी दस्तावेज (Documents Required for PPF Account)
PPF खाता खोलने के लिए आमतौर पर निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:
- PPF खाता खोलने का फॉर्म (Form A): यह आपको बैंक या पोस्ट ऑफिस से मिल जाएगा या आप उनकी वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं।
- पहचान प्रमाण (Identity Proof): आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस में से कोई एक।
- पते का प्रमाण (Address Proof): आधार कार्ड, बिजली बिल, पानी का बिल, पासपोर्ट, वोटर आईडी में से कोई एक।
- पैन कार्ड: अनिवार्य है।
- पासपोर्ट साइज फोटो: हाल ही की 2-3 तस्वीरें।
- जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate): नाबालिग के मामले में।
- नॉमिनी डिटेल्स (Nomination Details): आप किसे नॉमिनी बनाना चाहते हैं (Form E भरना होता है)। यह ज़रूरी है ताकि आपके बाद पैसा सही व्यक्ति को मिल सके।
5. PPF खाते में निवेश की सीमा और लचीलापन (Investment Limit & Flexibility in PPF)
विवरण | सीमा / नियम |
न्यूनतम निवेश | ₹500 प्रति वित्तीय वर्ष |
अधिकतम निवेश | ₹1.5 लाख प्रति वित्तीय वर्ष |
जमा करने की विधि | आप एकमुश्त (Lump sum) या किश्तों (Installments) में पैसा जमा कर सकते हैं। |
जमा की संख्या | एक वित्तीय वर्ष में आप कितनी भी बार पैसा जमा कर सकते हैं (अधिकतम 12 बार कुछ बैंकों में, पर कुल सीमा ₹1.5 लाख)। |
उदाहरण: मान लीजिए आप एक वित्तीय वर्ष (1 अप्रैल से 31 मार्च) में ₹1,70,000 जमा कर देते हैं। PPF नियमों के अनुसार, आपको ब्याज केवल ₹1,50,000 पर ही मिलेगा। अतिरिक्त जमा किए गए ₹20,000 पर न तो कोई ब्याज मिलेगा और न ही उस पर 80C के तहत टैक्स छूट मिलेगी। इसलिए, ₹1.5 लाख की सीमा का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है।
प्रो टिप: यदि आप किश्तों में जमा करना चाहते हैं, तो कोशिश करें कि हर महीने की 5 तारीख से पहले पैसा जमा कर दें, ताकि आपको उस पूरे महीने का ब्याज उस राशि पर मिल सके (इसकी चर्चा अगले सेक्शन में है)।
6. PPF की वर्तमान ब्याज दर और कंपाउंडिंग का जादू (Current PPF Interest Rate & Power of Compounding)
चालू वित्त वर्ष (2024-25) की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2024) के लिए PPF पर ब्याज दर 7.1% प्रति वर्ष है, जो सालाना चक्रवृद्धि होती है। सरकार हर तिमाही (3 महीने) में इसकी समीक्षा करती है, इसलिए यह दर बदल भी सकती है, हालाँकि पिछले कुछ समय से यह 7.1% पर स्थिर है।
वित्तीय वर्ष | PPF ब्याज दर (वार्षिक) |
2024-25 | 7.1% (पहली तिमाही) |
2023-24 | 7.1% |
2022-23 | 7.1% |
ब्याज की गणना कैसे होती है? (यह जानना ज़रूरी है!)
PPF में ब्याज की गणना मासिक आधार पर होती है, लेकिन खाते में जमा इसे वित्तीय वर्ष के अंत (31 मार्च) को किया जाता है। महत्वपूर्ण बात यह है कि ब्याज की गणना महीने की 5 तारीख से लेकर महीने के आखिरी दिन के बीच मौजूद सबसे कम बैलेंस पर की जाती है।
उदाहरण: अगर आपके खाते में 4 अप्रैल को ₹50,000 थे और आपने 10 अप्रैल को ₹10,000 और जमा किए, तो अप्रैल महीने के लिए ब्याज की गणना केवल ₹50,000 पर ही होगी। लेकिन अगर आप ₹10,000 को 5 अप्रैल या उससे पहले जमा कर देते, तो पूरे ₹60,000 पर ब्याज मिलता। इसलिए, महीने की 5 तारीख तक निवेश करना फायदेमंद है!
कंपाउंडिंग का जादू देखें (उदाहरण):
मान लीजिए आप हर साल 1 अप्रैल को PPF खाते में ₹1 लाख जमा करते हैं और ब्याज दर 7.1% रहती है:
- साल 1: निवेश ₹1,00,000 | ब्याज ₹7,100 | कुल बैलेंस ₹1,07,100
- साल 2: नया निवेश ₹1,00,000 | कुल जमा ₹2,07,100 | ब्याज (₹2,07,100 पर) ₹14,704 (लगभग) | कुल बैलेंस ₹2,21,804
- साल 3: नया निवेश ₹1,00,000 | कुल जमा ₹3,21,804 | ब्याज (₹3,21,804 पर) ₹22,848 (लगभग) | कुल बैलेंस ₹3,44,652
आप देख सकते हैं कि हर साल ब्याज की रकम बढ़ती जा रही है क्योंकि यह पिछले साल के ब्याज पर भी मिल रहा है। 15 साल में यह छोटी बचत एक बड़ी रकम बन जाती है!
7. PPF खाते की अवधि और मैच्योरिटी के बाद के विकल्प (Tenure of PPF Account & Post-Maturity Options)
- मूल अवधि: PPF खाते की मैच्योरिटी अवधि 15 साल होती है (खाता खोलने वाले वर्ष को छोड़कर)।
- मैच्योरिटी के बाद विकल्प: 15 साल पूरे होने पर आपके पास 3 विकल्प होते हैं:
- पूरी रकम निकाल लें: आप ब्याज सहित पूरा पैसा निकालकर खाता बंद कर सकते हैं। कोई टैक्स नहीं लगेगा।
- खाता बिना निवेश के जारी रखें: आप खाते को 5-5 साल के ब्लॉक में कितनी भी बार बढ़ा सकते हैं, बिना कोई नया पैसा जमा किए। आपके मौजूदा बैलेंस पर ब्याज मिलता रहेगा और वह भी टैक्स-फ्री होगा।
- खाता निवेश के साथ जारी रखें: आप खाते को 5-5 साल के ब्लॉक में बढ़ा सकते हैं और इसमें पहले की तरह निवेश जारी रख सकते हैं (सालाना ₹500 से ₹1.5 लाख तक)। इसके लिए आपको मैच्योरिटी के एक साल के अंदर Form H भरकर जमा करना होगा। इस पर भी ब्याज मिलेगा और निवेश पर 80C छूट भी।
- प्रीमैच्योर क्लोजर (समय से पहले खाता बंद करना): सामान्यतः PPF खाता 15 साल से पहले बंद नहीं किया जा सकता। लेकिन, कुछ विशेष परिस्थितियों में 5 साल पूरे होने के बाद इसे बंद करने की अनुमति मिल सकती है, जैसे:
- खाताधारक, पति/पत्नी या आश्रित बच्चों को गंभीर बीमारी का इलाज।
- खाताधारक या आश्रित बच्चों की उच्च शिक्षा (भारत या विदेश में)।
- खाताधारक की निवास स्थिति में परिवर्तन (NRI बनना)।
- ध्यान दें: प्रीमैच्योर क्लोजर पर, लागू ब्याज दर में 1% की कटौती की जाती है।
8. PPF खाते के सुनहरे फायदे (Golden Benefits of PPF Account)
✔️ ट्रिपल ई (EEE) टैक्स बेनिफिट: यह PPF का सबसे बड़ा आकर्षण है!
* Exempt (छूट): हर साल जमा की गई ₹1.5 लाख तक की राशि पर इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है।
* Exempt (छूट): खाते पर कमाया गया ब्याज पूरी तरह टैक्स-फ्री होता है।
* Exempt (छूट): मैच्योरिटी पर मिलने वाली पूरी रकम (मूलधन + ब्याज) भी टैक्स-फ्री होती है।
✔️ जोखिम-मुक्त निवेश (Risk-Free Investment): चूँकि यह सरकार द्वारा समर्थित योजना है, इसमें पैसा डूबने का कोई खतरा नहीं होता। यह बैंक FD से भी ज़्यादा सुरक्षित माना जाता है।
✔️ लंबी अवधि में धन निर्माण (Long-Term Wealth Creation): कंपाउंडिंग की शक्ति और नियमित निवेश से यह लंबी अवधि में एक अच्छा फंड बनाने में मदद करता है।
✔️ कम न्यूनतम निवेश: आप केवल ₹500 सालाना जमा करके भी खाता सक्रिय रख सकते हैं, जो इसे सभी आय वर्गों के लिए सुलभ बनाता है।
✔️ लोन और निकासी की सुविधा: आपात स्थिति में पैसों की ज़रूरत पड़ने पर लोन और आंशिक निकासी की सुविधा भी मिलती है (शर्तों के साथ)।
✔️ नॉमिनी सुविधा (Nomination Facility): आप अपने खाते के लिए एक या अधिक नॉमिनी नियुक्त कर सकते हैं।
✔️ कर्ज और कुर्की से सुरक्षा: PPF खाते में जमा राशि को किसी भी कर्ज या देनदारी के लिए अदालत के आदेश द्वारा कुर्क (Attach) नहीं किया जा सकता है। यह आपके पैसे को अतिरिक्त सुरक्षा देता है।
9. PPF खाते की कुछ सीमाएँ (Limitations of PPF Account)
हर निवेश उपकरण की तरह, PPF की भी कुछ सीमाएँ हैं:
✖ लंबी लॉक-इन अवधि (Long Lock-in Period): 15 साल की अनिवार्य लॉक-इन अवधि इसे उन लोगों के लिए अनुपयुक्त बनाती है जिन्हें जल्दी पैसों की ज़रूरत पड़ सकती है।
✖ सीमित तरलता (Low Liquidity): हालाँकि लोन और आंशिक निकासी की सुविधा है, लेकिन इसके नियम सख्त हैं और यह केवल कुछ वर्षों के बाद और विशेष परिस्थितियों में ही संभव है। आप जब चाहें तब आसानी से पूरा पैसा नहीं निकाल सकते।
✖ ब्याज दर में उतार-चढ़ाव: ब्याज दर सरकार द्वारा हर तिमाही तय की जाती है, इसलिए यह भविष्य में कम भी हो सकती है (हालांकि, यह आमतौर पर FD दरों के आस-पास या थोड़ी बेहतर होती है)।
✖ अधिकतम निवेश सीमा: ₹1.5 लाख प्रति वर्ष की सीमा उन लोगों के लिए कम हो सकती है जो ज़्यादा निवेश करना चाहते हैं।
✖ जॉइंट अकाउंट नहीं: PPF खाता केवल व्यक्तिगत नाम पर ही खोला जा सकता है, जॉइंट अकाउंट का विकल्प नहीं है।
10. PPF खाते में लोन और आंशिक निकासी की सुविधा (Loan & Partial Withdrawal Facility in PPF)
आपातकालीन ज़रूरतों के लिए PPF कुछ लचीलापन प्रदान करता है:
- लोन (Loan):
- आप खाता खोलने के तीसरे वित्तीय वर्ष से लेकर छठे वित्तीय वर्ष तक लोन ले सकते हैं।
- लोन की अधिकतम राशि, उस वित्तीय वर्ष से ठीक पहले वाले दूसरे वित्तीय वर्ष के अंत में मौजूद बैलेंस का 25% तक हो सकती है।
- लोन को 36 महीनों के भीतर चुकाना होता है। ब्याज दर PPF की मौजूदा ब्याज दर से 1% ज़्यादा होती है (पहले यह 2% थी, अब 1% है)।
- उदाहरण: यदि आपने 2020-21 में खाता खोला, तो आप 2022-23 (तीसरा वर्ष) से 2025-26 (छठा वर्ष) तक लोन ले सकते हैं। लोन राशि 31 मार्च 2021 के बैलेंस (तीसरे वर्ष के लिए) या 31 मार्च 2022 के बैलेंस (चौथे वर्ष के लिए) आदि के 25% तक होगी।
- आंशिक निकासी (Partial Withdrawal):
- आप खाता खोलने के सातवें वित्तीय वर्ष से हर साल एक बार आंशिक निकासी कर सकते हैं।
- निकासी की अधिकतम राशि, निकासी वाले वर्ष से ठीक पहले वाले चौथे वित्तीय वर्ष के अंत में मौजूद बैलेंस का 50% या निकासी वाले वर्ष से ठीक पहले वाले वर्ष के अंत में मौजूद बैलेंस का 50%, जो भी कम हो, होगी।
- यह निकासी भी टैक्स-फ्री होती है और इसे चुकाने की ज़रूरत नहीं होती।
- यह सुविधा मुख्य रूप से शिक्षा, विवाह, या चिकित्सा जैसी ज़रूरतों के लिए होती है, हालांकि कारण बताना अनिवार्य नहीं है।
11. PPF खाते को कैसे बंद करें? (समय से पहले और मैच्योरिटी पर) (How to Close PPF Account – Premature & On Maturity)
- मैच्योरिटी पर बंद करना (15 साल बाद):
- 15 साल पूरे होने पर, आपको अपने बैंक या पोस्ट ऑफिस में Form C भरकर जमा करना होगा।
- इसके साथ ओरिजिनल पासबुक और कैंसल चेक (या बैंक डिटेल्स) देने होंगे।
- वेरिफिकेशन के बाद, पूरी रकम (मूलधन + कुल ब्याज) आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
- समय से पहले बंद करना (Premature Closure):
- जैसा कि सेक्शन 7 में बताया गया है, यह केवल 5 साल पूरे होने के बाद और विशेष कारणों (गंभीर बीमारी, उच्च शिक्षा, NRI बनना) से ही संभव है।
- इसके लिए भी संबंधित फॉर्म भरकर, कारण का प्रमाण (जैसे मेडिकल सर्टिफिकेट, एडमिशन लेटर) देना होगा।
- स्वीकृति मिलने पर, खाते में जमा कुल राशि पर 1% कम ब्याज लगाकर पैसा वापस किया जाएगा।
12. PPF vs अन्य निवेश विकल्प: एक तुलनात्मक विश्लेषण (PPF vs Other Investment Options: A Comparative Analysis)
फीचर | PPF | बैंक FD (5 साल टैक्स सेवर) | इक्विटी म्यूचुअल फंड (ELSS) | राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) |
अनुमानित रिटर्न | 7.1% (वर्तमान, स्थिर) | 6-7.5% (बैंक अनुसार) | 12-15%+ (बाजार आधारित, अस्थिर) | 8-10%+ (बाजार आधारित, फंड अनुसार) |
टैक्स बेनिफिट (80C) | हाँ (₹1.5 लाख तक) | हाँ (₹1.5 लाख तक) | हाँ (₹1.5 लाख तक) | हाँ (₹1.5 लाख तक) + ₹50,000 (80CCD(1B)) |
ब्याज/रिटर्न पर टैक्स | नहीं (पूरी तरह टैक्स-फ्री) | हाँ (आय स्लैब अनुसार) | हाँ (LTCG टैक्स > ₹1 लाख लाभ पर) | नहीं (केवल निकासी पर टैक्स) |
मैच्योरिटी पर टैक्स | नहीं (पूरी तरह टैक्स-फ्री) | हाँ (ब्याज आय पर) | हाँ (LTCG टैक्स > ₹1 लाख लाभ पर) | आंशिक रूप से टैक्स-फ्री, एन्युटी पर टैक्स |
जोखिम स्तर | बहुत कम (सरकारी गारंटी) | कम (बैंक डिफॉल्ट का मामूली जोखिम) | बहुत उच्च (बाजार जोखिम) | मध्यम से उच्च (बाजार जोखिम) |
लॉक-इन अवधि | 15 साल (आंशिक निकासी 7वें साल से) | 5 साल | 3 साल | रिटायरमेंट तक (60 साल) |
तरलता (Liquidity) | कम | मध्यम (समय से पहले निकासी पर पेनल्टी) | उच्च (3 साल बाद) | बहुत कम (निकासी के नियम सख्त) |
आदर्श निवेशक | जोखिम से बचने वाले, लंबी अवधि के निवेशक, टैक्स बचाने वाले | सुरक्षित रिटर्न चाहने वाले, मध्यम अवधि निवेशक | जोखिम लेने वाले, लंबी अवधि में अधिक रिटर्न चाहने वाले | रिटायरमेंट प्लानिंग करने वाले |
निष्कर्ष (Conclusion)
PPF खाता उन सभी भारतीय नागरिकों के लिए एक अनमोल तोहफा है जो सुरक्षित निवेश, गारंटीड रिटर्न, टैक्स बचत और लंबी अवधि में एक बड़ी धनराशि बनाना चाहते हैं। इसकी 15 साल की लॉक-इन अवधि थोड़ी लंबी लग सकती है, लेकिन यह आपको वित्तीय अनुशासन सिखाती है और कंपाउंडिंग के जादू से आपके छोटे निवेश को एक बड़ी संपत्ति में बदलने की क्षमता रखती है।
खासकर यदि आप जोखिम से बचते हैं और अपने भविष्य के लक्ष्यों जैसे कि बच्चों की शिक्षा, शादी या अपने रिटायरमेंट के लिए बचत करना चाहते हैं, तो PPF आपके निवेश पोर्टफोलियो का एक अनिवार्य हिस्सा होना चाहिए। जितनी जल्दी आप शुरुआत करेंगे, उतना ही ज़्यादा आपको कंपाउंडिंग का फायदा मिलेगा!
अगर आपके मन में PPF से जुड़ा कोई और सवाल है, तो बेझिझक पूछें! 😊
Youtube video: { What’s Provident Fund by Khan sir | PF | EPF | NPS | PPF}
FAQs : PPF से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण सवाल
Q1. क्या मैं PPF में हर महीने निवेश कर सकता हूँ?
हाँ, आप हर महीने, हर तिमाही, छमाही या सालाना निवेश कर सकते हैं। आप एक साल में कितनी भी बार (कुछ बैंक 12 बार तक सीमित करते हैं) पैसे जमा कर सकते हैं, बस कुल राशि ₹1.5 लाख से ज़्यादा न हो।
Q2. क्या PPF खाता जॉइंट (संयुक्त) हो सकता है?
नहीं, PPF खाता केवल एक व्यक्ति के नाम पर ही खोला जा सकता है। जॉइंट अकाउंट का प्रावधान नहीं है। हालाँकि, आप नॉमिनी ज़रूर बना सकते हैं।
Q3. PPF में कितने साल बाद पैसा निकाल सकते हैं?
आप 15 साल की मैच्योरिटी के बाद पूरी रकम निकाल सकते हैं। लेकिन, ज़रूरत पड़ने पर 7वें साल से कुछ शर्तों के साथ आंशिक निकासी (Partial Withdrawal) कर सकते हैं और 3रे से 6ठे साल के बीच लोन ले सकते हैं।
Q4. अगर मैं किसी साल न्यूनतम ₹500 जमा करना भूल जाऊं तो क्या होगा?
अगर आप किसी वित्तीय वर्ष में न्यूनतम ₹500 जमा नहीं करते हैं, तो आपका PPF खाता निष्क्रिय (Inactive/Discontinued) हो जाएगा। आप इसे फिर से सक्रिय (Reactivate) कर सकते हैं। इसके लिए आपको प्रति वर्ष ₹50 की पेनल्टी और उस साल का न्यूनतम बकाया ₹500 जमा करना होगा, जितने साल आपने जमा नहीं किया है। निष्क्रिय अवधि के दौरान जमा राशि पर ब्याज मिलता रहता है, लेकिन आप लोन या निकासी नहीं कर सकते।
Q5. क्या मैं अपना PPF खाता एक बैंक/पोस्ट ऑफिस से दूसरे में ट्रांसफर कर सकता हूँ?
हाँ, आप आसानी से अपना PPF खाता एक बैंक शाखा से दूसरी, एक बैंक से दूसरे बैंक, या बैंक से पोस्ट ऑफिस (और इसके विपरीत) में ट्रांसफर करवा सकते हैं। इसके लिए आपको एक आवेदन देना होगा।
Q6. क्या मैं अपने PPF खाते का नॉमिनी बदल सकता हूँ?
हाँ, आप जितनी बार चाहें, अपने PPF खाते के नॉमिनी को बदल सकते हैं। इसके लिए आपको निर्धारित फॉर्म भरकर जमा करना होगा।
Q7. क्या PPF पर मिला ब्याज सच में पूरी तरह टैक्स फ्री है?
हाँ, PPF पर कमाया गया ब्याज पूरी तरह से टैक्स फ्री होता है और इसे आपकी टैक्सेबल इनकम में नहीं जोड़ा जाता है। यही इसकी सबसे बड़ी खासियत है।
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